गोपानी आयर्न कंपनी के वेस्टेज मटेरियल को कोयले मे मिलावट करणे विमला रेल्वे सायडिंग जानेका पूख्ता सबूत आया सामने.
चंद्रपूर विशेष :-
जिल्हेमे कोयले का झोल अब अपने उंची परवानपर है और सभी राजनैतिक और प्रशासनिक लोगोके निगरानी मे हररोज करोडो के कोयले की हेराफेरी करके सिटिपिएस और मध्यप्रदेश पॉवर जनरेशन कंपनी लिमिटेड को करोडो का चुना लगाया जा रहा है. इसमें उपरोक्त पॉवर प्लांट के अधिकारी भी मिले हुए है ऐसी खबर है. जील्हेके वेकोली खंदान से जिस पार्टी को कोयले का डिओ दिया गया वह वणी तहसील के राजूर और चंद्रपूर तहसील के ताडाली विमला रेल्वे सायडिंग पर ट्रकोसे कोयला जाता है, फिर अच्छा कोयला अलग कर बचे कोयला चुरीमे आयर्न कंपनीके वेस्टेज मटेरिअल और कोल वॉशरिज का रिजेक्टेड कोल को मिलाकर वह मिलावट कोयला पॉवर प्लांट को भेजा जा रहा है.
गोपानी आयर्न का वेस्टेज मटेरियल जो लाखो टन था अब चंद पाच से छह महीनेके भीतर करीनब आधा मटेरिअल गायब हो गया तो फिर यह मटेरिअल गया कहाँ? यह बडा सवाल बडा ही आश्चर्यजनक है क्योंकि यह कोयला विमला सायडिंग मे जानेकी खबर है और इसकी पुरी जानकारी परीसरके लोगोने दी है. करीबन लाखो टन वेस्टेज मटेरियल गोपानी आयर्न कंपनी से विमला सायडिंगमे जाकर वहीपर कोयला चुरीमे मिलावट कर पॉवर प्लांट को रेल्वे से भेजा जा रहा है. इसका पूरा विडिओ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के जिला उपाध्यक्ष राजू कुकडे इन्होने बनाकर इस पुरी कोयला हेरीफेरी की सीबीआय जांच करनेकी मांग की है.