भद्रावती_ वरोरा और बल्लारपुर से उम्मीददवार खडा करने का इरादा, शहर अध्यक्ष तनशील पठान नें आला कमान कों लिख़ा ख़त.
चंद्रपूर संवाददाता:-
चंद्रपुर लोकसभा चुनाव के बाद अब विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक उठापटक शुरू गई है. जहां एक ओर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष एवं राजुरा के विधायक सुभाष धोटे ने शिगुफा छोडा है कि चंद्रपुर जिले के सभी छह विधानसभा सीटों पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारेंगी वहीं लोकसभा चुनाव में इंडिया आघाडी का घटक दल रहे अन्य राजनीतिक दलों में हलचल मच गई है. इंडिया आघाडी के घटक दल समाजवादी पार्टी ने भी चंद्रपुर जिले से उम्मीदवार उतारने की पूरी तैयारी कर ली है. समाजवादी पार्टी ने चंद्रपुर जिले की छह विधानसभा सीटों में से एक पर अपनी दावेदारी पेश की है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने का दावा करनेवाली कांग्रेस अपने सहयोगी दलों को कैसे मनाती है.
उल्लेखनीय है कि चंद्रपुर जिले में विधानसभा की राजुरा, बल्लारपुर, चंद्रपुर, ब्रम्हपुरी, चिमूर, भद्रावती_ वरोरा सीटें है. इनमें से चंद्रपुर विधानसभा सीट आरक्षित सीट है. इसलिए इस पर भी सहयोगी दलों का दावा है. राजुरा विधानसभा सीट से निवर्तमान विधायक सुभाष धोटे का दावा मजबूत है. वे जिलाध्यक्ष भी है और लोकसभा चुनाव में उन्होने जिस तरह पूरे समर्पण से कांग्रेस प्रत्याशी को जीतने में पूरी ताकत झोंक दी उसे देखते हुए उनकी सीट पर कोई भी अन्य का दावा वैसे भी नहीं बनता है. वे राजुरा सीट के एकमात्र हकदार है. सहयोगी दल भी उनकी सीट पर अपना दावा पेश नहीं करेंगे. बल्लारपुर विधानसभा सीट पर लोकसभा चुनाव में पराजित भाजपा के कद्दावर नेता सुधीर मुनगंटीवार प्रतिद्वंदी होगे वैसे भी इस सीट पर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को अच्छी बढत मिलने से यहां बी.जे.पी. का सूफ़्डा साफ़ होते दिखाई दिया हैं ,और इस क्षेत्र में उतर भारतीय और दलित समाज जादा होने सें सपा अपनी दावेदारी बल्लारपुर क्षेत्र में भीं कर रहीं है. अन्य सहयोगी दलों के लिए यहां कोई गुंजाईश थोड़ी कम है. चंद्रपुर सीट चूंकि आरक्षित है इसलिए इस सीट पर राकांपा, शिवसेना समेत अन्य घटक दल अपने अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए मांग कर सकते है. आरक्षित होने से सपा जैसे राजनीतिक दल के लिए भी चंद्रपुर की सीट पर दावेदारी संभव नहीं है. ब्रम्हपुरी की सीट पर प्रतिपक्ष नेता विजय वडेट्टीवार की है. ऐसे में अन्य घटक दलों के लिए यहां भी कोई चांस नहीं है. चिमूर विधानसभा क्षेत्र चूंकि लोकसभा चुनाव में गडचिरोली संसदीय क्षेत्र का हिस्सा होने और अधिवासी बहुल क्षेत्र होने से यहां भी सपा के लिए सीट की दावेदारी नहीं बनती है. ऐसे में समाजवादी पार्टी ने भद्रावती_ वरोरा विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी पेश की है. यहां से स्वयं सांसद प्रतिभा धानेारकर विधायक रह चुकी है. और वे अब सांसद बनने से यह सीट रिक्त है. सपा ने भद्रावती _ वरोरा विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी पेश की है.
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