चंद्रपूर कोल डिलर्स असोसिएशन के सचिव शर्मा करोडोके कोयला घोटाले मे फसे ?
चंद्रपूर प्रतिनिधी :-
चंद्रपूर जिल्हेमे कोयले की काला बाजारी कोई नई बात नही है बल्कि ये धंदा राजनैतिक नेताओके आशीर्वाद से फलफूल रहा है. मगर जहाँ कोल वॉशरिज रजिस्टर्ड नही वो कोल वॉशरिजसे अगर करोडो के कोयले कां रखरखाव होता हो और वहाँसे खुले बाजार मे कोयला धडल्लेसे बेचा जा रहा हो तो जिल्हा प्रशासन और पोलीस प्रशासन चूप क्यों है ? इस बात की जांच जरूरी हो रही है. विशेष बात यह है की राजुरा तहसील की पौनी कोयला खान से जो कोयला सिटिपिएस को जाता है वो कोयला गुप्ता कोल वॉशरिज से वॉशिंग करके भेजा जाता है और उसमे कोल वॉशरिज मे जो वेस्टेज कोयला होता है उसको बेचनेका अधिकार कोयला वॉशरिज को है मगर वेस्टेज या रिजेक्ट कोयले के नाम पर अच्छा कोयला खुले बाजार मे कोल वॉशरिज के मालिक द्वारा बेचकर करोडो के राष्ट्रीय संपती की चोरी यहा हररोज हो रही है. इसमें कोल असोसिएशन के सचिव जिवराज शर्मा इनका नाम आनेसे यह मामला और संगीन दिखाई दें रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार कई दिनोसे व्हॉटसअप के ग्रुप मे एक व्यक्ती ने एक पोस्ट साझा करके सभी इमानदार कोयला व्यापारीयोको सूचना एवम जानकारी दी थी की अपने काले धन कां इस्तेमाल कर गुप्ता कोल वॉशरिज की राजूर कोल वॉशरिज से दों नंबर मे बेचा जा रहा सरकारी कोयला 8500 रु. प्रती टन चंद्रपूर डिलर्स असोसिएशन के सचिव जयराज शर्मा से उनके मोबाईल 9422835475 पर बात कर खरिद कर शकते है. और निचेमे लिखा जागो प्रशासन जागो,
जैसे ही यह पोस्ट व्हायरल हुई तबसे कोयला व्यापारीयोमे बडा हदकम्प मंचा है और पोलीस महकमा भी सतर्कता बरत रहा है. मगर ताज्जुब की बात यह है की लोटस कोल प्रायवेट लिमिटेड राजुरा कोल नाम की वॉशरिज जहाँ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाईट पर रजिस्टर्ड नही फिर यह कोल वॉशरिज किसकि मान्यता से चल रही है ? इसका जबाब किसिके पास नही है.
सिटिपिएस के कोल हँडलिंग ऑफिसर चौकशी के घेरेमे ?
एक और जहाँ राजुरा जे पौनी कोयला खदान से आ रहा कोयला गुप्ता कोल वॉशरिज के द्वारा वॉशिंग करके सिटिपिएस मे आता है वो कितना है और वो कोयला सहिमे वॉशिंग हो के आ रहा है की नही इसकी जांच होना जरूरी ही किंतू भ्रष्टाचार की दलदल मे फसी व्यवस्था मे इसका निजी फायदा सभी लोग करते है उसमे सिटिपिएस के कोल हँडलिंग प्लांटके ऑफिसर द्वारा लिये जाने की जानकारी है. बीते कुछ साल पूर्व सिटिपिएस मे कोयला घोटाला सामने आया था अब चोरी छुपे हो रहा है इसकी भी जांच होना जरूरी है.