Home चंद्रपूर क्राईम :- इंडो युनिक कोल वाशरी सील करनेके बावजूद फिर कैसे हूयी...

क्राईम :- इंडो युनिक कोल वाशरी सील करनेके बावजूद फिर कैसे हूयी शुरू ?

इंडो युनिक वॉशरीसे केपीसीएल को चुरी मिलाकर भेजा जा रहा कोयला.

कोल वॉशरिज का झोल पार्ट -1

राज्यमे काँग्रेस राष्ट्रवादी सरकार ने कोल वॉशरिज मे हों रहे कोयले की हेराफेरी और बडे पैमाने पर हों रहे भ्रष्टाचार के चलते और साथही सरकारी पॉवर प्लांट (जैसे सीएसटीपीएस और कोराडी) मे अच्छे कोयले की आपूर्ति के बजाय मिक्स कोयला आपूर्ति होने के चलते सन २०११-१२ के दरम्यान सभी कोल वॉशरिज को बंद करनेका ऐलान किया था और सभी कोल वॉशरिजको ताले जड दिये गये थे, मगर इधर राजनैतिक फायदे के लिये फिर फडणवीस सरकार ने निर्णय लेकर कोल वॉशरिज को शुरू की मगर इस वॉशरिजसे हररोज करोडोके कोयला चोरी के किस्से सुर्खिया बटोर रहे है, ऐसेमे वणी तहसील के घुघुस वणी मार्ग मे स्थित इंडो युनिक कोल वोशरिज मे करीबन ८ कोयले के लदे ट्रक पोलीस ने पकडे थे और इस इंडो युनिक कोल वॉशरिज को ताला जड दिया था फिर अभी वो कोल वॉशरिज किस बलबुते पर शुरू हुई इसकी ओर सभी की नजरे लगी हुई है.

पिछले महिने वणी मुकूटबन मार्ग पर कोयले से लदे 8 वाहनों को वणी पुलिस द्वारा जब्त किए जाने के बाद कोयला व्यापारियों में हडकंप मच गया था, गौरतलब है कि,यवतमाळ एलसिबीने गुप्त सूचना के आधार पर बीएस इस्पात से निकले कोयले से लदे 8 हायवा वाहनों को जब्त कर लिया था. और यह कार्रवाई वणी के थानेदार प्रदिप शिरस्कर के देखरेख मे सुरू की थी, जिसमें MH 40 BG 2658, MH 34 BZ 2528, MH 31 CQ 7466, MH 31 CQ 4752, MH 34 BZ 2529, MH 40 BG 0260, MH 29, BE MH 4048, MH 2 BE MH 4048. इन वाहनको पडा गया था और इसमें 20.80 लाख रुपया का कोयला था. इस संदर्भमे जब वणी पोलीस थाना के पुलिस इन्स्पेक्टर प्रदीप शिरसकर के साथ मीडिया के प्रतिनिधी मिले थे तो उन्होने कहाँ था की वाहनों से जब्त दस्तावेज मायनिंग डिपार्टमेंट, आरटीओ एवं संबंधित विभागों को भेजा गया है. रिप्लाय आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.मगर ताजुब की बात यह है की जांच होने के पहिले ही इंडो कोल वॉशरिज को क्लीन चिट देकर कोयला चोरी करनेका और फिर इंडो कोल वॉशरिज को टेंडर दिया गया है.

इंडो को कैसे लगा ताला ?

बीएस इस्पात से निकला कोयला कहा जा रहा था जब इसकी तहकीकात वणी पुलिस कर थी तो उसी दरम्यान गुरूवार 12 जनवरी 2023 की शाम यवतमाल के जिला मायनिंग अधिकारी शिरीश नाईक ने घुग्घुस वणी मार्ग पर स्थित ईंडो युनिक कोश वाशरी को सील लगा दिया. इससे कोयला व्यापारियों में हडकम्प मच गया था और इसमें कोयला व्यापारी किशोर अग्रवाल, विपुल चौधरी एवं अन्यपर कारवाई के बादल मंडरा रहे थे. मगर यह मामला हायप्रोफाईल कोल स्कैम का होने की वजह से पुलिस ने इसकी गहराईचे जांच नही की और आरोपी को लगता है क्लीनचीट दे दी गयी.

मिली जानकारी के अनुसार इंडो कोल वाशरी से केपीसीएल का आरसीआर का काम शुरू था. खदानों से आनेवाला कोयला सीधे रेलवे साईडींग पर ना जाते हुवे वॉशरी में खाली कर वहां से कोयले में चुरी मिलाकर केपीसीएल भेजा जा रहा था. जबकि अच्छा कोयला वणी और चंद्रपुर के कोयला मार्केट में बेचे जाने की जानकारी सामने आयी थी.अब कोयले के हेराफेरी कां हिसाब जनता के दरबार मे लेजाकर राष्ट्रीय संपती की खुलेआम चोरी कोण कर रहा है ? इसकी पोलखोल अगली कही श्रुंखलामे होनेवाली है

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here