राजुरा थाना अंतर्गत अवैध कोयला डेपो पर जिल्हा खनिकर्म अधिकारी की धाङ.
फरवरी 2020 के कोयला चोरीके 26 नागाडा मे कोयला ट्रक जहाँ पकडे गये वही अग्रवाल के कोयला डेपो पर भी 13 डिसेंबर को 16 ट्रक पकडे, मगर है कहाँ ?
चंद्रपुर :-
जिले में बडे पैमाने में कोयले की कालाबाजरी और हेराफेरी के अड्डे बने अवैध कोल डेपो पर वेकोलि खदान से चुराया गया कोयला पहुंच रहा है। जिस में राजुरा थाना अंतर्गत राजुरा गडचांदूर मार्ग के अवैध कोल डेपो पर चंद्रपुर जिला खनिकर्म ने छापा मारा, इस कारवाई में 40 टन कोयला बरामद किया गया जिसका बाजार मूल्य लगभग 3 लाख है, इस विषय मे अधिकारीयों से संपर्क करने पर जांच शुरू होने की प्रतिक्रिया दी गयी है, यह कारवाई चंद्रपुर जिला खनिकर्म के संजय करडे, अमोल कडसकर, तलाठी सोहेल अंसारी ने की है, बताया जाता है की बल्लारपुर वेकोलि एरिया की खदानों से बडे पैमाने में कोयला चोरी का खेल खेला जा रहा है, जिसमें 15 दिसंबर को महाजैनकों के वॉशरी ठेकेदार हिंद महामिनरल का एक वाहन एमएच 40 सीडी 5411 पकडा गया था, अब इस मामले में पुलिस की कारवाई पर सवाल उठणे लगे है, दरम्यान आज की गयी जिला खनिकर्म की कारवाई भी नाम मात्र होने का अंदेसा अब दिख रहा है.
फरवरी 2020 मे कोयला चोरीके 26 कोयला ट्रक जहाँ पकडे गये वही अग्रवाल के कोयला डेपो पर 13 डिसेंबर को भी 16 ट्रक पकडे थे मगर पोलीस प्रशासन के साथ साठगाठ करके मामले को रफादफा किया जानकी खबर है. इसका मतलब कोयला माफिया फिर एक बार सक्रिय होनेकि बात सामने आ रही है, मगर अब की इस मामले मे पोलीस प्रशासन ने मामले को रफादफा किया है, ऐंशी जानकारी अब सामने आ रही है. क्योंकि जहाँ ट्रक पकडे गये वहा से ऊन ट्रको की और पोलीस की तसबीर भी सामने आ रही है. और इस मामले को मीडिया मे अब उंछला जायेगा क्योंकि मामले की गंभीरता को समझे तो इस नागाडा कोलडेपो पर करोडो के कोयला हेराफेरी के मामले शुरू है, बताया जाता है की अवैध रूप से नागाडा गांव के पास जितने कोयला डेपो है वह सब चोरी का कोयला खरिदनेके अड्डे बने हुये है. तीन साल पूर्व जिस अग्रवाल के नागाडा स्थित कोयला डेपो पर 26 ट्रक पकडे गये उस मामले मे तीन लोगोपर कोयला चोरी का अपराध भी दर्ज किया गया था अब उसी अपराध के मामले शुरू है मगर पोलीस प्रशासन इस ओर अनदेखी कर रहे है और जिला खनिकर्म अधिकारी इनकी भी इसमें मूक संमती है. दरम्यान राजुरा मे जिस स्थिती मे खनिकर्म विभाग ने कारवाई की, उस को देखते हुये अवैध कोयला डेपो पर पाबंदी लगानेकी कोशिश जिला अधिकारी करेंगे या फिर ऐसेही कोयला चोरी के मामले चलते रहेंगे इस पर चर्चा चरम पर है.